दीपावली पर निबंध ( DIWALI PAR NIBANDH ) हिंदी में सारी जानकारी

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Ali Baba 19th May (Part-1 )

नमश्कार दोस्तो, आशा करते है आप सभी एक दम स्वस्थ होंगे और अपने परिवार के साथ अपना कीमती वक्त बहुत ही खुशी के साथ व्यतीत कर रहे होंगे आज के इस कमाल के Blog में हम आप सभी को बताने वाले है दीपावली पर निबंध ( DIWALI PAR NIBANDH ) के बारे में । दोस्तो भारत मे हर त्योहार बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। चाहे फिर वह त्योहार हिंदुओ का हो या फिर वह त्योहार मुस्लिमो का हो ,हर त्योहार भारत मे भाईचारे एवं खुशियों के साथ मनाया जाता है। ऐसा ही एक त्योहार दीपावली का भी आता है जिसे हर मजहब के लोग बहुत ही धूम धाम के साथ मनाते है। दोस्तो अगर आपको अपना बचपन याद हो तो आपको वह समय भी याद  होगा जब आपके अघ्यापक पूरी कक्षा को दीवाली पर निबंध लिखने को कहा करते थे । तब गूगल जैसी सुविधा तो उपलब्ध नही थी लेकिन विद्यार्थी अपनी समझ से ही दीवाली पर निबंध लिख दिया करते थे । जैसे-जैसे जमाना आगे बढ़ा है वैसे ही बच्चों के समझने का तरीका भी बदल गया है । 

 

आज कल गूगल बच्चों की पढ़ाई में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। आज के समय में आपको गूगल पर दीवाली पर निबंध आसानी के साथ मिल जाएगा। इसलिए आपको कही और जाने की जरूरत नही है, अगर आप भी गूगल पर दीवाली पर निबंध ढूंढ रहे है तो आप एक दम सही जगह हो, आप सभी के ज्ञान में वृद्धि करने के लिए हम आज फिर आप सभी के समीप एक बहुत ही अच्छा निबंध लेकर आये है जो दीवाली के पावन त्योहार पर आधारित है। अगर आपको गूगल पर दीवाली पर निबंध खोजने में कोई परेशानी हो रही है तो आप हमारे द्वारा प्रदान किए गए इस निबंध को आसानी के साथ खोज सकते है। तो चलिये शुरू करते है आज का यह निबंध।

 

दीवाली पर 10 लाइनो का निबंध ( DIWALI PAR 10 LINE KA NIBANDH )

1. दीवाली हिंदुओ का एक बहुत प्रसिद्ध त्योहार है जिसे दीपों का त्योहार कहा जाता है।

2. दिवाली का त्योहार 4 दिन तक मनाया जाता है  इसलिए यह भारत का सबसे प्रसद्ध और सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है।

3. दीवाली के त्योहार के अवसर पर हिंदू भाई मिट्टी के दियो को घी या सरसों के तेल से जलाते हैं और अपने घरों को तरह-तरह की रंगोली से भी सजाते हैं।

4.दीवाली का त्यौहार भगवान राम की याद में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान राम चौदह वर्ष के वनवास के बाद और राक्षशो के राजा रावण का वध करके अपनी अयोध्या में लौटे थे।

5. दीवाली के त्योहार पर बच्चे पटाखों को जलाकर बहुत आनंद लेते है और इस त्योहार के प्रति अपनी खुशी को जाहिर करते  है।

6. इस त्योहार पर बड़ो हो या छोटे बच्चे सभी बड़े उत्साह के साथ देवी लक्ष्मी, भगवान राम और भगवान गणेश जी की पूजा करते हैं।

7. वैसे तो दीवाली का त्योहार पूरी दुनिया मे बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है लेकिन भारत वर्ष में इस दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की जाती है और सभी स्कूल  और दफ्तर बंद रहते है, ताकि हर वर्ग के लोग इस त्योहार का बड़े उत्साह के साथ आनंद ले सके।

8. दीवाली पर हर घर मे अलग अलग प्रकार की मिठाइयाँ आदि बनाई जाती है और इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाते हैं।

9. दीवाली के इस पावन अवसर पर सभी लोग आपस मे खुशियाँ बाटते है और आपस में अपने भाई बंधुओ एवं पड़ोसियों के साथ मिठाई और उपहार बांटकर इस त्योहार की शोभा बढ़ाते है।

10. दीवाली हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय एवं आनंदायक त्योहारों में से एक है, जिसे हर वर्ग के लोग बड़े ही धूम धाम से मनाते है।

दोस्तो यह था दीवाली पर 10 लाइनो का निबंध, चलिये अब बात करते है दीवाली के अर्थ की…

 

दीपावली पर निबंध ( DIWALI PAR NIBANDH )

दीपावली पर निबंध ( DIWALI PAR NIBANDH ) हिंदी में सारी जानकारी 

दोस्तो जैसा कि हमने बताया कि छोटी कक्षाओं में अध्यापक अक्सर बच्चो को दीवाली पर निबंध लिखने को कहते है ,बहुत से छात्र निबंध लिखने में सक्षम होते है लेकिन कुछ छात्रों पर निबंध लिखने नही आता । इसलिए हमारे द्वारा लिखा गया यह दीवाली पर निबंध  उन युवा छात्रों के लिए बहुत ही लाभदायक साबित होगा जिन छात्रों पर निबंध लिखना नही आता। और साथ ही यह निबंध उन छात्रों के लिए भी लाभदायक होगा जो दीवाली के विषय पर निबंध लिखना चाहते हैं। 

दोस्तो भारत एक धर्म निर्पेक्ष देश है जहाँ हर धर्म के लोग अपने-अपने त्योहार बहुत ही प्यार और सौहार्द के साथ मनाते है,

 

और दूसरे धर्म के लोगो को भी अपने त्योहारों के उत्साह में शामिल कर के भाईचारे की मिसाल पेश करते है। सभी के छोटे बच्चे स्कूल में पढ़ने जाते है और उनके अध्यापक उनको दीवाली पर  निबंध लिखने के लिए कहते है। बच्चे छोटे होते है इसलिए निबंध लिखने में सक्षम नही होते इसलिए यहाँ हम आपको 10 लाइन का एक निबंध प्रदान कर रहे है , जिसकी मदद से बच्चे को निबंध लिखने में आसानी होगी।

 

 दीवाली का अर्थ ( Diwali ka Meaning )

दोस्तो हम हर साल दीवाली के त्योहार को बड़ी खुशी के साथ मनाते तो है लेकिन बहुत से लोगो को दीवाली का अर्थ ही नही पता होगा । दीवाली भारत और दुनिया भर में रहने वाले हिंदुओं के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध  त्योहारों में से एक है। दिवाली को सुद्ध हिंदी में  “दीपावली” भी कहा जाता है, ‘दीपावली’ एक संस्कृत का शब्द है जो संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – “दीप और आवली” । यहाँ ‘दीप’ का अर्थ ‘दीपक’ होता है और ‘आवली’ का अर्थ ‘श्रृंखला(यानी कतार)’, जिसका पूरा अर्थ होता है “दीपो की कतार”। दीपावली का त्योहार हर साल अक्टूबर- नवंबर के महीने में मनाया जाता है ,

 

हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक यह त्योहार कार्तिक मास में अमावस्या के दिन मनाया जाता है। दीवाली का त्योहार हर धर्म एवं हर देश मे रहने वाले विभिन्न धर्मों के लोगो द्वारा बड़े भाईचारे की भावना से मनाया जाता है वैसे तो दीवाली के त्योहार को हिंदुओ का त्योहार माना जाता है, लेकिन विभिन्न धर्म एवं समुदायों के लोग भी पटाखे ,आतिशबाजी और मिठाइयों से इस महान त्योहार को मनाते हैं। अब बात करते है दीवाली के साथ मनाए जाने वाले अन्य त्योहारों के बारे में।

 

दीवाली के साथ मनाये जाने वाले त्योहार:-

दोस्तो वैसे तो कहने के लिए दीवाली 4 दिनों की मनाई जाती है लेकिन वास्तव में दीपावली का त्योहार करीब 5 दिनों का होता है। इन 5 दिनों में पहले दिन धनतेरस आती है , दूसरे दिन नरक चतुर्थी होता है, तीसरे दिन मुख्य दीवाली मनाई जाती है, चौथा दिन गोवर्धन पूजा के रूप में मनाते है और पांचवे दिन भाई दूज का पवित्र त्योहार मनाते है । दोस्तो पांच दिनों में सबसे पहला दिन धनतेरस होता है। धनतेरस के दिन से जुड़ी बहुत सी मान्यताए है जिससे अलग-अलग किस्से जुड़े है,हिन्दू लोग इस दिन धातु की वस्तुओं को खरीदते है जिसमे सोने और चांदी के आभूषण आदि शामिल है। इस दिन लोग द्वारा सोने चांदी के आभूषण को खरीदकर घर लाना बहुत लाभकारी माना जाता है।

 

 

दीपावली का दूसरे दिन को नरक चतुर्थी के रूप में मनाते है। आम भाषा यानी के साधारण भाषा में लोग इस दिन को छोटी दिवाली के रूप में भी मनाते हैं। इस दीन सभी बाजारों से आतिशबाजी खरीदते है । इस दिन सभी लोग आतिशबाजी का आनंद उठाते है तथा अपने आस पड़ोस के लोगो के साथ खुशियाँ बांटते है। दीवाली का तीसरा दिन दीपावली त्योहार का मुख्य दिन होता है।इस दिन लोग जमकर खरीदारी करते है और अपने घर महालक्ष्मी जी को स्थापित करते है, साथ में गणेश जी की भी स्थापना की जाती है।आम भाषा में इस दिन को बड़ी दीवाली भी कहते है, इस दिन सभी आपस मे मिठाईया बांटते है और खुशियाँ मनाते है। इस दिन सभी अपने परिवार के साथ मिलकर एक साथ महालक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा करते है।

 

 

इस दिन अपने दूसरे दोस्तो ,आस पड़ोस के लोगो को मिठाई बांटी जाती है ।दीवाली के इस दिन लोग खूब जमकर आतिशबाजी करते है और आतिशबाजी का खूब आनंद उठाते है। लोग इस त्योहार को बड़े ही उत्साह के साथ मनाते है। दीपावली त्योहार का चौथा दिन गोवर्धन पूजा का होता है , और इस दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है, इस दिन से हिन्दू लोगो की बहुत बड़ी आस्था जुड़ी हुई है ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपने हाथ की एक उंगली पर उठा लिया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि इंद्र भगवान क्रोधित हो गए थे

 

 

और उनके क्रोध की वजह से हुई मूसलाधार वर्षा से लोग बहुत परेशान हुए थे , 

लोगो को उस वर्षा से बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था। दिवाली के त्योहार में आखरी दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है इस दिन भाई अपनी बहन के लिए कुछ उपहार भेंट करता है और बहन भगवान से अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है। तो दोस्तो ये था हमारा आज का दीपावली पर निबंध ( DIWALI PAR NIBANDH ) , आशा करते है हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आप सभी को बहुत अच्छी लगी होगी, और निबंधों के लिए जुड़े रहिये हमारे साथ। धन्यवाद..!

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