Computer kitne Prakar Ke Hote Hain? | कंप्यूटर के प्रकार

 

दोस्तों, क्या आप कंप्यूटर के प्रकार के विषय में कुछ जानते हैं? आप सभी ने कंप्यूटर का इस्तेमाल कभी ना कभी तो किया ही होगा क्योंकि आजकल Computer सभी जगहों में उपलब्ध है फिर चाहे वह Office हो या school हो. यदि आपने कंप्यूटर को ध्यान पूर्वक Use किया है तो आप लोगों ने शायद एक बात जरूर से गौर की होगी यह सभी Computer Ke Prakar और कार्य करने की क्षमता समान नहीं है.

कुछ कंप्यूटर बहुत से छोटे होते हैं तो कुछ आकार में बहुत बड़े होते हैं. बहोत सारे कंप्यूटर बहुत ही तेज गति से कार्य करते हैं तो कुछ कंप्यूटर बहुत ही धीमी गति से अपना कार्य करते हैं. इसीलिए शायद आपके दिमाग में भी यह सवाल होगा कि कंप्यूटर एक ही प्रकार का है या फिर एक दूसरे से अलग है. यानी Computer Kitne Prakar ke Hote Hain? और Computer Ke Prakar Kya Kya Hai?

 

इसी सवाल का जवाब देने के लिए आज इस Article में आपको कंप्यूटर के प्रकार के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है. इस लेख में आज हम कंप्यूटर के सभी प्रकार के विषय के बारे में जानेंगे और साथ ही साथ इसके कार्य प्रणाली आकार और उद्देश्य के हिसाब से कैसे अलग अलग बांटा जाए उसके बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे.

उम्मीद है कि इस लेख के खत्म होने तक आपके सवालों का जवाब मिल जाएगा जैसे कि Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain? आइए जानते हैं कि पर्सनल Computer Ke Prakar क्या है.

आज के इस आधुनिक युग में कंप्यूटर एक बहुत ही बड़ी है और Important चीज बन चुका है. अब घंटों के काम को मिनटों में Computer या Mobile के द्वारा हो जाता है. यानी एक प्रकार से तो कंप्यूटर ने पूरी दुनिया को बदल दिया है.

कंप्यूटर क्या है?

Computer एक एसा मशीन होता है जिसमे कुछ ऐसा Programming किया गया होता है जिससे वह हमारे बहुत से कार्य कर सकें. हमारे Commands को यह Input के हिसाब से लेता है उसे Process करता है और अंत में हमारे Result Output के हिसाब से हमें प्रदान करता है.

साथ ही साथ इसके कुछ बहुत महत्वपूर्ण Characteristics है. जो हमें बहुत मदद करते हैं जैसे कि,

1. यह एक specific Set of Instruction को Respod करता है वह भी एक well-defined Manner मे.

2. कंप्यूटर Recorded List of Instructions को Execute करता है जिसे Program कहा जाता है.

3. यह Device Data को Store और Retrieve करने में बहुत आसानी से सक्षम है.

इसी के साथ साथ कंप्यूटर बहुत से Complex और Repetitive Procedure को quickly, Precisely, & Reliably करने में सक्षम है.

यदि हम Modern Computer की बात करें तब वह electronic & Digital होते हैं. इसमें जो Actual Machinery होते हैं उन्हें Hardware कहा जाता है. वही इंस्ट्रक्शन और डाटा को Software कहा जाता है. सभी General Purpose Computer में नीचे बताए गए कुछ Hardware Components है जो शामिल होते हैं. आइए जानते हैं कि वह कौन से हार्डवेयर कॉम्पोनेंट्स है जो सभी कंप्यूटर में शामिल होते हैं. और Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain?

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Types of Computer Characteristics in Hindi

computer kitne prakar ke hote hain

Central Processing Unit (CPU): CPU कंप्यूटर का Heart होता है. यह एक ऐसा Component है जो कि असल में Instruction को Execute करता है जिन्हें ऑर्गेनाइज किया जाता है.

Memory (Fast, Expensive, Short-term Memory): बहुत सारी चीजें Store करने के लिए यह मेमोरी कंप्यूटर को Enable करते हैं भले ही Temporarily ही सही. जैसे कि Data, Programs, Intermediate Files और बहुत सारी फाइल.

Input Device: Dataऔर Instructions को कंप्यूटर डिवाइस में Input करने के लिए Input Device का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें Keyboard और Mouse मुख्य है.

Output Device: यूजर को Final Results दिखाने के लिए Output Device का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि Display Screen, Printer.

Mass Storage Device (slower, Cheaper, Long-term Memory): कोई भी कार्य के बीच में बड़ी मात्रा में Data और Programs को Retain करने के लिए कंप्यूटर में Mass Storage Device का इस्तेमाल किया जाता है. Mass Storage Device में Hard Disk और Tape Drives मुख्य है.

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कंप्यूटर के प्रकार: Types of Computer in Hindi

आप सभी लोगों को शायद Computer Ke Prakar के बारे में जानने की बहुत इच्छा होगी. वैसे देखा जाए तो कंप्यूटर के तो बहुत सारे प्रकार है लेकिन उन्हें सहज ढंग से समझने के लिए उन्हें अलग-अलग Categories में बांट दिया गया है. जिससे किसी को भी उन्हें समझने में आसानी होगी चलिए यह जानते हैं कि Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain? और उन्हें किन-किन अलग-अलग Categories में बांटा जाता है.

कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है?

मुख्य रूप से कंप्यूटर को तीन अलग अलग प्रकार मे बाटा जाता है.

1. कार्य प्रणाली के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार (Based on Mechanism)

2. उदेश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार (Based on Purpose)

3. आकर के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार (Based on size & Shape)

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कार्यप्रणाली के आधार पर Computer Ke Prakar

कार्यप्रणाली के आधार पर कंप्यूटर को तीन भागो मे वर्गीकृत किया जाता है. Analog, Digital & Hybrid जिसके बारे मे हम विस्तार से जानने वाले है.

1. Hybrid Computers

हाइब्रिड कंप्यूटर असल में Digital और Analog कंप्यूटर का एक Combination होता है. इसमें दोनों ही प्रकार के कंप्यूटर के सबसे अच्छे Features को आपस में Combine किया जाता है. जैसे कि Analog Computer की Speed और Digital Computer की Memory और Accuracy को एक साथ Combine किया जाता है.

इस Hybrid Computer का इस्तेमाल उन सभी Specialized Application में किया जाता है जहां दोनों प्रकार के Data को Process करने की जरूरत आवश्यक है. कंप्यूटर Continuous & Descrete डाटा को प्रोसेस करने में यूजर को बहुत मदद करते हैं.

उदाहरण के तौर पर Petrol Pump में Price Value और Quantity को Fuel Flow Measurement में Convert करने के लिए एक प्रोसेसर होता है.

ऐसे ही हॉस्पिटल में भी ICU में पेशेंट के Blood Pressure और Tempreture मापने के लिए Analog Device का उपयोग होता है. जिसे बाद में Digit के फॉर्म में डिस्प्ले किया जाता है. आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दूं कि हाइब्रिड कंप्यूटर का इस्तेमाल Scientific Calculators में भी होता है.

यह एक ऐसा कंप्यूटर है जो कि Binary के साथ-साथ Analog Signal को भी समझने में सक्षम है. इसकी स्पीड ना तो एनालॉग कंप्यूटर से ज्यादा होती है और ना ही डिजिटल कंप्यूटर के मुकाबले कम होती है.

2. Analog Computers

कंप्यूटर के प्रकार के बारे में बात करें तो Analog Computer प्रथम स्थान पर आता है. Analog Computer उन कंप्यूटर को कहा जाता है जो Informtion Display करने के लिए Analog Signal का इस्तेमाल करते हैं. इसके साथ एनालॉग डाटा का Process करने के लिए भी एनालॉग कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है.

यह Analog Data Continuous Nature के होते हैं ये Discrete या Separate नहीं होते हैं. इसमें बहुत सारी राशि का समावेश होता है जैसे कि Tempreture, Pressure, Weight, Volume, Depth आदि. जो इंफॉर्मेशन Continuous फॉर्म में होती है उन्हें उसमें डिस्प्ले किया जाता है. Current Flow, Tempreture Rate, Blood Pressure जेसी Continuous Physical Quantity को Measure करने के लिए एनालॉग कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है.

यह कंटीन्यूअस चेंज को Physical Quantity में Measure करती है. जैसे कि स्पीडोमीटर का इस्तेमाल कार की स्पीड को मेजर करने के लिए किया जाता है और Thermometer का इस्तेमाल Tempreture के Change को Measure करने के लिए किया जाता है. और वहीं पर weighing Machine का इस्तेमाल Weight को मेजर करने के लिए होता है.

जहां पर Measuring Instrument से Data Directly Accept किया जाता है उन Situation में एनालॉग कंप्यूटर Ideal होते हैं. किसी प्रकार की कन्वर्जन की जरूरत नहीं होती है जैसे कि नंबर से अकोट में कन्वर्ट करने की जरूरत नहीं होती है वहां पर इन कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है.

Analog Computer को सबसे पहले Develop किया था और डिजिटल कंप्यूटर का डेवलपमेंट करने के लिए इस कंप्यूटर को आधार माना गया था. उम्मीद है कि आप कार्य आधार पर Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain वह समझ रहे होंगे अब जानते हैं कि एनालॉग कंप्यूटर के Applications क्या-क्या है.

Analog Computers के Applications क्या क्या है?

इस कंप्यूटर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कुछ Specialized Engineering और scientific Engineering में किया जाता है. Calculation और Analog Quantity Measure करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है.

Petrol Pump में भी Analog Computers का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे कि Oil रिफाइनरी में जहां कि दोनों Flow और Tempreture मेजरमेंट महत्वपूर्ण है.

Analog Computer का इस्तेमाल Paper Making लिए भी होता है. साथ में केमिकल इंडस्ट्रीज में भी ज्यादातर इस्तेमाल किया जाता है.

एनालॉग कंप्यूटर को किसी भी प्रकार की storage Capability की जरूरत नहीं होती है. क्योंकि एक सिंगल ऑपरेशन में है Quantity और Measure दोनों को Compare करते हैं.

इस कंप्यूटर के Output Form हमेशा Reading फॉर्म में होते हैं. जैसे कि Speedometer में Digit के फॉर्म में या Graph के फॉर्म में डिस्प्ले होता है.

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3. Digital Computers

इसके नाम से ही पता चलता है कि Digit के साथ काम करने वाले यानी कि Numericals, Letters या कोई दूसरे Special Symmbol Represent करने वाले कंप्यूटर को Digital Computer कहा जाता है.

डिजिटल कंप्यूटर Input के आधार पर जो कि On Off Type होते हैं और उनकी आउटपुट ऑन ऑफ सिग्नल के फॉर्म में होती है उसे Operate करते हैं. Normally On को 1 से Represent किया जाता है और वहीं पर Off को जीरो से Represent किया जाता है. इसीलिए यहां पर हम कह सकते हैं कि Electric Signal के उपस्थिति या अनुपस्थिति के आधार पर यानी बायनरी 1 या 0 पर Digital Signal Information को Process करते हैं.

Numeric के साथ-साथ Non-Numeric Data को Process करने के लिए भी डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है. बहुत सारे Arithmatic Operation को भी यह Operate कर सकता है जैसे कि Addition, Substraction, Multiplication, Division और साथ-साथ में Logical Operation भी ऑपरेट कर सकता है.

अभी के समय में ज्यादातर कंप्यूटर जो अवेलेबल है वह डिजिटल कंप्यूटर है. डिजिटल कंप्यूटर के कॉमन एग्जांपल Account Machine और Calculators है. यदि हम रिजल्ट की बात करें तो Digital Computer बहुत ही ज्यादा Accurate Result प्रदान करते हैं वह भी एनालॉग कंप्यूटर की तुलना में. लेकिन हमें यह भी याद रखना होगा कि एनालॉग कंप्यूटर डिजिटल कंप्यूटर की तुलना में बहुत ही ज्यादा फास्ट होते हैं.

Analog Computer में Memory नहीं होती है वहीं पर डिजिटल कंप्यूटर मेमोरी के साथ होता है क्योंकि उसे इंफॉर्मेशन Store करने होती हैं. डिजिटल कंप्यूटर अकाउंट करते हैं और एनालॉग कंप्यूटर मेजर करने के काम आते हैं. यह कंप्यूटर इंफॉर्मेशन को Text, Graphics और Picture के आधार पर Display करते हैं.

हमने यहां पर जाना कि Computer ke Prakar कितने होते हैं यानी कार्य प्रणाली के आधार पर Computer Kitne Prakar Ke hote hain? यह जानने की कोशिश करते हैं कि के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार क्या क्या है.

उदेश्य के आधार पर Computer ke Prakar

उदेश्य के आधार पर कंप्यूटर को General Purpose और Special Purpose मे विभाजित किया जाता है.

1. General Purpose Computer

आज के इस टेक्नोलॉजी के युग में जिस का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है उन्हें ही General Purpose Computer कहते हैं. बहुत से Variety के Processing Jobs को करने के लिए इने Built किया गया होता है.

General Purpose Computer और कुछ अलग अलग Software का इस्तेमाल करके ही आप अपने बहुत से काम को पूर्ण कर सकते हैं. जिसमें कंटेंट Writing, Editing, Database में Facts को Manipulate करना, Manufacturing, Scientific Calculation, या फिर किसी ऑर्गेनाइजेशन के Security System को संभालने के लिए ऐसे बहुत से काम करने के लिए General Purpose Computer का इस्तेमाल किया जाता है.

General Purpose Computer बहुत सारे वैरायटी के Operation इसलिए कर सकते हैं क्योंकि यह आसानी से अलग-अलग प्रोग्राम को Store और Execute करने की क्षमता रखते हैं वह भी अपने Internal Storage में. इसीलिए आज के इस समय में इस कंप्यूटर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है.

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2. Special Purpose Computer

हमें नाम से ही पता चल जाता है कि Specific प्रकार के Task को पूरा करने के लिए और ज्यादातर समय उनका उपयोग एक Particular Problem को Solve करने के लिए एक Special Purpose Computer को Design किया गया होता है. इसलिए उन्हें Dedicated Computer भी कहा जाता है.

यह कंप्यूटर एक Singal Task को बार-बार करने के लिए बने हुए होते हैं. इस Computer का ज्यादातर इस्तेमाल Video Games, Traffic Light Control, Navigation system और Tracking System, Robot Helicopter में खास तौर पर किया जाता है.

इस स्पेशल परपज कंप्यूटर में आपको बहुत से Same Features देखने को मिल जाएंगे जो कि एक General Purpose Computer में भी होते हैं. लेकिन स्पेशल परपज कंप्यूटर में Special Function को ज्यादा ध्यान दिया जाता है. बहुत सारे इंस्ट्रक्शन को कंट्रोल करने के लिए भी ऐसे कंप्यूटर को Built किया जाता है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा Efficient बनाया जा सके. बहुत ही ज्यादा Effective Operations करने के लिए भी यह सक्षम है.

यह कंप्यूटर एक कार्य को करने के लिए बना हुआ होता है लेकिन बहुत सारे फंक्शन इस कार्य को सही ढंग से करने के लिए बनाए गए होते हैं. आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि इसमें Versatility नहीं के बराबर होती है जो इसका सबसे बड़ा Drawback है. इसका मतलब कि इसे दूसरे किसी ऑपरेशन में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.

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आकर के आधार पर Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain?

Types of computer in hindi

Computer को आकर के आधार पर बहोत सारी अलग अलग श्रेणियों मे बात जाता है जिसे हम निचे जानने वाले है.

1. Super Computer

सुपर कंप्यूटर Multi User, Multi Processor और Large Computer होते हैं. जिनकी Efficiency और Storage Capacity भी बहुत ज्यादा होती है. इन कंप्यूटर में बहुत Difficult और Complex Problem को Solve करने की क्षमता होती है वह भी बहुत कम टाइम के अंदर. इसमें RISC (Reduced Instruction Set Computer) प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया होता है.

Super Computer सबसे Fastest और सबसे ज्यादा कीमती कंप्यूटर होते हैं. इनका इस्तेमाल Complex Science और Engineering Problems को हल करने के लिए किया जाता है. सुपर कंप्यूटर में पैरेलल प्रोसेसिंग का भी इस्तेमाल होता है जिससे कि इसकी प्रोसेसिंग सबसे ज्यादा होती है. जिसे बहुत से CPUs को एक ही समय में इस्तेमाल किया जा सकता है.

एक Typical Super Computer एक ही सेकंड में 10 Individual Computers करता है. C-DAC (Center For Development of Advanced Computer) में भारत में PARAM सीरीज की सुपर कंप्यूटर को Develop किया था. Mr. Saymour Cray ने सन 1976 में दुनिया का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर Develop किया था जिसका नाम Cray-1 रखा गया था.

Super Computer के Applications क्या क्या है?

  • इन कंप्यूटर का इस्तेमाल Weather और Global Climates को Forecast करने के लिए किया जाता है.
  • इन्हें Military Research और Defence System में इस्तेमाल किया जाता है.
  • इनका इस्तेमाल Protein Folding Analysis करने में भी किया जाता है.
  • Digital Film Rendering, Infrastructure को स्टडी करने में सुपर कंप्यूटर इस्तेमाल होते हैं.
  • Auto mobile, Aircraft और Spacecraft Designing में भी Super Computer का इस्तेमाल होता है.
  • इन्हें Plazma Nuclear Research और Sysmography, Plazma में इस्तेमाल किया जाता है.

उम्मीद करता हूं कि आपको समझ आ रहा होगा कि Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain और आकार के आधार पर Computer Ke Prakar क्या-क्या है. चलिए और भी कंप्यूटर के प्रकार के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं.

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2. Mini Computer

Mini Computer Micro Computer की तुलना में ज्यादा बड़े और ज्यादा Powerfull होते हैं. वहीं पर Mainframe Computer की तुलना में कम Powerfull और छोटे होते है.यह भी एक multi-user कंप्यूटर होता है जो बहोत सारे लोगो को एक साथ काम करने के लिए Support करता है.

यह Micro Computer की तुलना में बहुत ज्यादा कीमती होते हैं. इनका इस्तेमाल हम University, बड़े-बड़े Business Organization में कर सकते हैं. Complex Data को आसानी से Process करने के लिए यह कंप्यूटर सक्षम है.

साथ में इसका इस्तेमाल Scientific Research, Engineering Analysis, Industrial Monitoring और Control System में किया जाता है. PDP-11. और VAX मिनीकंप्यूटर्स के उदाहरण है.

3. Mainframe Computer

मेनफ्रेम कंप्यूटर जो की दिखने में बहुत ही बड़े इमारत की तरह होते हैं. यह बहुत हद तक Super Computer के जैसे होते हैं. वही इन दोनों में जो मेन अंतर वह है कि सुपर कंप्यूटर अपनी सभी Raw Power का इस्तेमाल करता है वह भी बस कुछ Tasks को करने के लिए. वहीं पर Mainframe Computer का इस्तेमाल बहुत से कार्य को एक साथ करने के लिए होता है.

इस प्रकार की Nature के लिए मेनफ्रेम कंप्यूटर को बड़े ऑर्गेनाइजेशन में Bulk Data Processing जैसे कि Sensor Industry और COnsumer Statistics मैं Employ किया जाता है. मेनफ्रेम कंप्यूटर Powerful Multiuser Computer होने की वजह से उनका इस्तेमाल Large Business Organization, Examination Department और Examination के लिए भी किया जाता है.

यह बड़ी आसानी से सारे Request को जल्दी से Process कर सकता है. यह सीपीयू के Data Processing प्रोसेस करने के लिए होता है.Mainframe Computer का इस्तेमाल तो एक ज्यादा यूजर्स एक समय में कर सकते हैं क्योंकि Time Sharing Mode के आधार पर कार्य करता है. और इसकी Word Length 48 Bit से 64 Bit तक होती है.

IBM ने सबसे पहला Mainframe Computer सन 1964 में बनाया था. आकार के आधार पर Computer Ke Prakar में MAin Frame Computer सबसे पहले Develop हुआ था. आगे हम आकार के आधार पर Computer Ke Kitne Prakar Hote Hai उसके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त करने वाले हैं.

Mainframe Computer के Applications:

  • Industrial Design करने के लिए
  • Traffic Control System में
  • Bank, Marketing में
  • Government और सिविलाइजेशन साथ ही साथ Credit CArd Processing करने के लिए
  • Business Data Processing करने के लिए और बड़े Organization में भी Mainframe Computer का इस्तेमाल होता है.

4. Micro Computer

माइक्रो कंप्यूटर को Personal Computer भी कहते हैं क्योंकि यह एक ऐसा कंप्यूटर है जिसे एक यूजर के काम करने के लिए Design किया गया होता है. Micro Computer Term Micro Processor से संबंधित है जिसका एक पर्सनल कंप्यूटर के साथ कार्य करने के लिए इस्तेमाल होता है. जैसे के डाटा को प्रोसेस करने के लिए और Instruction Code को भी प्रोसेस करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है.

यह एक बहुत ही Common Type का कंप्यूटर होता है. Computer ke Prakar में एक यूजर को काम करने के लिए यह सबसे अच्छा प्रकार है. डेस्कटॉप कंप्यूटर को मोबाइल होने के लिए बनाया नहीं जाता है इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक लिया जा सकता है लेकिन बहुत ही कम और यहां पर सभी Power supply हो वहां पर ही लिया जा सकता है.

यह एक फिक्स कंप्यूटर होता है. सन 1976 में पहला Personal Computer Apple-1 बनाया गया था. जिसे एप्पल कंपनी ने डिजाइन किया था. हम सब अभी जो कंप्यूटर इस्तेमाल कर रहे हैं वह ज्यादातर Micro Computer ही होते हैं. इन्हें PC या Personal Computer कहते हैं क्योंकि ये सिंगल यूजर के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

इसका इस्तेमाल Graphics, 3D Graphics, Video Games, Multi Media, Higher Level Languages ऐसे बहुत से कार्य के लिए किया जाता है.

यह अपनी Size, Low Price, & Low Maintanance Cost के कारण स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल के बीच बहुत ही पॉपुलर है और इन्हें ऑपरेट करना भी बहुत आसान होता है. इसी के कारण यह बहुत ही कम समय में इंटरनेट पर बहुत ज्यादा Popuar हो गया है और यह सभी इनकम ग्रुप के लिए अवेलेबल भी है.

5. Laptop Computer & Pamtop Computer

उम्मीद है कि Computer Kitne Prakar Ke Hote Hain? उसमें आप Laptop और Palmtop Computer के बारे में तो जानते ही होंगे. बहुत सारे लोगों में यह गलत फैमिली होती है कि Laptop Desktop Computer के लिए Ideal Computer ReplaceMent है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है.

डेस्कटॉप कंप्यूटर का इस्तेमाल मेजर Processing Functions को Perform करने के लिए किया जाता है. वही लैपटॉप कंप्यूटर का इस्तेमाल भी थोड़े कम Complex कार्य में होता है. लैपटॉप कंप्यूटर बहुत ही छोटे Portable और कम Power Consuming होते हैं. यह कंप्यूटर आपको मॉडल फैसिलिटी के साथ Equip किया गया होता है जो कि पीसी में होते हैं.

यह कंप्यूटर पूरी तरह से Battery से Operate किए जाते हैं. Storage Capacity एक पर्सनल कंप्यूटर के तुलना में कम होती है. जैसे जैसे लोगों में कंप्यूटर का क्रेज बढ़ता गया जिसके कारन वैज्ञानिको को एक नए कंप्यूटर की खोज करनी पड़ी जिससे कि लोगों की जरूरतों को आसानी से पूर्ण किया जा सके. इसीलिए Palmtop Computer का Develop हुआ.

इसकी मदद से इसे Remote Area में भी इस्तेमाल किया जा सकता है जहा पर कोई भी इलेक्ट्रिसिटी फैसिलिटी अवेलेबल ना हो. इसका इस्तेमाल ज्यादातर Higher Authority, Social Workers, Researchers जो Rular area में काम करते हैं वहीं यूज़ करते हैं. इसका यूज करने के लिए आपको कोई डेक्सटॉप टेबल की जरूरत नहीं होती लैपटॉप के लिए Lap की ओर Palmtop के लिए आपको काम यानी हथेली की जरूरत होती है.

Computer Ke prakar के लिये अंतिम शब्द

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अंत मे उम्मिद है कि आपने कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं उसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की होगी.

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